12 Exam 2025 Students were Expelled: बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के पहले दिन यानी 1 फरवरी 2025 को आठ जिलों से 100 से ज्यादा परीक्षार्थी निष्कासित किए गए। इस दौरान सबसे ज्यादा शेखपुरा से 34 और मधेपुरा से 25 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए। इसके अलावा गोपालगंज से आठ, नवादा से सात, सारण से तीन, वैशाली से दो, पटना और मुंगेर से एक-एक परीक्षार्थी निष्कासित किए गए। शेष जिलों से किसी भी परीक्षार्थी को निष्कासित नहीं किया गया है।
Bihar school examination board ने बताया कि पहले दिन पूरे राज्य में कदाचार मुक्त परीक्षा की झलक देखने को मिली। राज्य भर के 38 जिलों के 1677 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गयी। केंद्रों पर पुलिस की चौकसी दिखी। निगरानी के लिए सीसीटीवी और वीडियोग्राफी का भी सहारा लिया जा रहा था। पुलिस की सख्ती के कारण परीक्षा केंद्रों के पास कोई भी पकड़ा नहीं गया।
BSEB Patna ने प्रत्येक जिले में चार मॉडल परीक्षा केंद्र बनाये हैं। इस प्रकार पूरे राज्य में 152 मॉडल परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। जहां छात्राएं परीक्षा दे रही हैं। यहां प्रतिनियुक्त वीक्षक, पुलिस बल और दंडाधिकारी समेत सभी कर्मी और पदाधिकारी भी महिलाएं ही हैं। इन परीक्षा केंद्रों पर फूल, गुब्बारे, कालीन की व्यवस्था के साथ-साथ हेल्प डेस्क की भी व्यवस्था की गयी है।
बिहार बोर्ड परीक्षा के पहले दिन रोते नजर आए छात्र
बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में हर हाल में 9 बजे तक प्रवेश करने का नियम है। लेकिन ऐसे भी परीक्षार्थी थे जो 9:20 बजे तक केंद्रों पर पहुंचते रहे। इन परीक्षार्थियों को प्रवेश नहीं दिया गया। कई केंद्रों पर अभिभावकों ने तैनात पुलिस कर्मियों से नोकझोंक भी की और गेट पर खड़े होकर अंदर जाने देने की मांग करते रहे। जब पुलिस कर्मियों ने प्राथमिकी दर्ज करने की चेतावनी दी तो सभी परीक्षार्थी और अभिभावक धीरे-धीरे केंद्र से खिसक गए।
BSEB Class 12th Exam 2025 को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने छात्राओं को पहले ही गाइडलाइन जारी कर दी है कि परीक्षार्थियों को कितने बजे केंद्र पर पहुंचना है। इसके बावजूद बिहारशरीफ के किसान कॉलेज में एक दर्जन से अधिक छात्राएं परीक्षा केंद्र पर देरी से पहुंचीं और उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। परीक्षार्थियों को जब प्रवेश नहीं दिया गया तो उन्होंने सड़क पर बैठकर जाम लगाकर हंगामा किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सड़क जाम कर रही छात्राओं का कहना है कि वे समय पर परीक्षा केंद्र पर पहुंच गई थीं, लेकिन दंडाधिकारी ने उन्हें परीक्षा हॉल में प्रवेश नहीं करने दिया।
वहीं केंद्राधीक्षक ने कहा कि वे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। छात्र परीक्षा केंद्र पर देर से पहुंचे थे, इसलिए उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया।
छात्रों की गहन तलाशी ली जा रही है
बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के पहले दिन छात्रों की सघन तलाशी ली गई। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा शुरू हो गई है। परीक्षा को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने छात्रों को पहले ही दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं कि परीक्षार्थियों को किस समय परीक्षा केंद्र पर पहुंचना है।
इसके बावजूद बिहारशरीफ के किसान कॉलेज में एक दर्जन से अधिक छात्र देरी से परीक्षा केंद्र पहुंचे और उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। कई परीक्षा केंद्रों पर अनुमति मिलने के बावजूद कई छात्र चप्पल पहनकर पहुंचे। जबकि बोर्ड ने 5 फरवरी तक जूते-मोजे पहनने की अनुमति दी है। शनिवार को परीक्षा के पहले दिन विज्ञान संकाय के छात्र सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक जीव विज्ञान की परीक्षा में शामिल हुए और कला संकाय के छात्र दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक दर्शनशास्त्र की परीक्षा में शामिल हुए।
बिहार बोर्ड ने कहा है कि परीक्षा के दौरान देरी से केंद्र पर पहुंचकर गेट फांदने की कोशिश करने वाले छात्रों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्हें दो साल के लिए बिहार बोर्ड परीक्षा से निलंबित भी किया जाएगा। साथ ही परीक्षार्थी पर एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। यदि केंद्र अधीक्षक इसमें संलिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ भी परीक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
बिहार बोर्ड के सख्त नियम
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देशानुसार सुबह 9:00 बजे के बाद किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं दिया जाना था। प्रथम पाली की जीव विज्ञान की परीक्षा सुबह 9:30 से 12:45 बजे तक होनी थी, लेकिन 9:00 बजे ही केंद्र के गेट बंद कर दिए गए। परीक्षा केंद्र पर मौजूद अधिकारियों ने कहा कि उन्हें बोर्ड के निर्देश का पालन करना था, इसलिए किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया गया।
एसडीओ राहुल सिन्हा ने बताया कि रामाधीन कॉलेज के परीक्षा केंद्र से हंगामे की सूचना मिली थी। इसकी जांच की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि परीक्षा कहां छूटी। लेकिन बोर्ड के निर्देशानुसार सुबह 9:00 बजे के बाद प्रवेश पूरी तरह वर्जित था। हालांकि अभिभावकों का कहना है कि अचानक जाम जैसी स्थिति के कारण परीक्षा से वंचित होने वाले छात्रों के लिए कुछ विशेष प्रावधान होना चाहिए, ताकि मामूली देरी के कारण उनका भविष्य अंधकार में न चला जाए।
एडमिट कार्ड खो जाने पर ऐसे मिल रहा हैं प्रवेश
इस बार बोर्ड की ओर से नया नियम लागू किया गया है। इसके तहत अगर किसी छात्र का एडमिट कार्ड घर पर छूट गया या रास्ते में खो गया तो उसे परीक्षा में शामिल होने से नहीं रोका जाएगा। ऐसी स्थिति में अटेंडेंस सीट से फोटो का मिलान करके छात्रों को परीक्षा में शामिल होने दिया जाएगा।
इसके अलावा एडमिट कार्ड की फोटो में कोई गलती होने या फिर धुंधली होने पर भी छात्रों को परीक्षा में शामिल होने से नहीं रोका जाएगा। प्रमाण के तौर पर आधार कार्ड, पैन कार्ड अपने साथ रखना अनिवार्य है। बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा आज से शुरू हो रही है और 15 फरवरी तक चलेगी।

इस बार 12,90,213 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। जिसमें 6,41,847 छात्राएं और 6,50,466 छात्र हैं। पूरे राज्य में करीब 1677 केंद्र बनाए गए हैं, जो पिछली बार से 150 ज्यादा हैं। पहले दिन सुबह 9:30 से 12:45 बजे तक बायोलॉजी (विज्ञान) और दर्शनशास्त्र (कला) की परीक्षा होगी। दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक अर्थशास्त्र (कला-वाणिज्य) की परीक्षा होगी।
परीक्षा हॉल से 30 मिनट पहले केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य
बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि ‘हर छात्र को एक यूनिक आईडी जारी की गई है। सभी विषयों के प्रश्नपत्र 10 सेट कोड में उपलब्ध होंगे।’ छात्रों को परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य है। देरी से पहुंचने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
परीक्षा की सुरक्षा और निगरानी के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हर केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और बोर्ड की ओर से एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से परीक्षा की निगरानी की जाएगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले केंद्र पर पहुंचना होगा और उन्हें जूते-मोजे पहनने की अनुमति होगी। कोई भी इलेक्ट्रॉनिक सामान या घड़ी नहीं ले जाई जा सकेगी, लेकिन सुई वाली घड़ी ले जाने की अनुमति होगी।
12 Exam 2025 Students were Expelled
| 12 Exam Start Date | February 1, 2025 |
| 12 Exam Last Date | February 15, 2025 |
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| Official Website | Biharboardonline.bihar.gov.in |
जानकारी के अनुसार इंटरमीडिएट 2025 की पहली पाली की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक होनी थी। इस परीक्षा के लिए छात्रों को सुबह 9:00 बजे तक परीक्षा केंद्र पर पहुंचना था। 9 बजे के बाद परीक्षा केंद्र के गेट बंद कर दिए गए।
वहीं, देरी से पहुंचे दर्जनों छात्रों को प्रवेश नहीं दिया गया। जब उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया तो वे सड़क पर बैठ गए और जाम लगा दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। छात्रों का कहना था कि वे समय पर केंद्र पर पहुंच गए थे, लेकिन मजिस्ट्रेट ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। गौरतलब है कि इस साल बिहार बोर्ड 12वीं की परीक्षा में 12,92,913 बच्चे शामिल होंगे। इसके लिए राज्य भर में 1677 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।